हमारा जीवन - संपूर्ण जीवन गतिमान कविता है। जब हम उन तरीकों पर विचार करते हैं जिनसे हम अपने दिन गुजारते हैं और जिन तरीकों से जीवन हमारे चारों ओर घूमता है, तो हम इसकी सुंदरता और चमत्कार में फंसने से खुद को रोक नहीं पाते हैं। हम इस आदिम आंदोलन की लय से बेहतर तरीके से कैसे जुड़ सकते हैं?